भिलाई की पत्रिका न्यूज़ : छत्तीसगढ़ के भिलाई में बिहार दिवस के उपलक्ष्य में "स्नेह मिलन कार्यक्रम" का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, भाजपा के प्रदेश प्रभारी और बिहार के मंत्री नितिन नबीन, साथ ही उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कार्यक्रम में बिहारी गीतों की प्रस्तुति हुई, जिसमें बिहारी समाज के लोगों और उनके नेताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। भाजपा के विधायक, जिला स्तर के पदाधिकारी और कई कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का विरोध और गिरफ्तारी
इस आयोजन का विरोध करने आई छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया, जिससे विरोध प्रदर्शन नहीं हो सका।
बिहारी समाज का महत्वपूर्ण योगदान - मुख्यमंत्री साय
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनने में बिहारी समाज का अहम योगदान है। उन्होंने छत्तीसगढ़ और बिहार की सांस्कृतिक एकता की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके कुनकुरी विधानसभा क्षेत्र में हर वर्ष छठ पर्व में 10 हजार से अधिक लोग भाग लेते हैं। इस अवसर को और बेहतर बनाने के लिए एक करोड़ की लागत से छठ घाट का निर्माण कराया गया है।
भिलाई के बैकुंठ धाम तालाब में बने छठ घाट के लिए उन्होंने वैशाली नगर के विधायक रिकेश सेन की सराहना की और कहा कि उन्होंने चुनाव के दौरान की गई गंगाजल की कसम को निभाया है।
बदलता बिहार - नितिन नबीन का संदेश
बिहार के मंत्री नितिन नबीन ने कहा कि बिहार अब विकास का प्रतीक बन चुका है। उन्होंने कहा कि बिहार अब केवल खराब सड़कों के लिए नहीं, बल्कि बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए जाना जाता है। बड़े नेशनल हाईवे और सड़कों का निर्माण इसका प्रमाण है।
उन्होंने बिहार को तपोभूमि बताते हुए कहा कि यह वही धरती है जहां कर्पूरी ठाकुर और डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसे महान नेता पैदा हुए। छत्तीसगढ़ में रह रहे बिहार समाज के लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि अब बिहार पहले जैसा नहीं रहा, यह पूरी तरह बदल चुका है।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना पर प्रतिक्रिया
सरयू पारी ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष प्रभु नाथ मिश्रा ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना को कहा कि उन्हें क्रांति का अर्थ ही नहीं पता। उन्होंने कहा कि सिर्फ नाम रखने से कुछ नहीं होता, अगर चरित्र में क्रांति नहीं है तो उसका कोई महत्व नहीं।
भाजपा की समावेशी सोच
भाजपा नेता दया सिंह ने कहा कि इस विरोध पर वे कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मनाया जा रहा है, तो बिहार में भी छत्तीसगढ़ महोत्सव मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि भाजपा का उद्देश्य सबका साथ, सबका विकास है, और इसी भावना से यह आयोजन किया गया है।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का विरोध जारी
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने इस आयोजन को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। सेना ने भाजपा को "बाहरी जनता पार्टी" करार दिया। जिला उपाध्यक्ष चेतन चंदेल ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से क्षेत्रीय एकता और सांस्कृतिक पहचान पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा को अन्य राज्यों की संस्कृति तो दिखती है, लेकिन छत्तीसगढ़ की बोली-भाषा और संस्कृति को नजरअंदाज किया जा रहा है।
राजनीतिक प्रेरणा से प्रेरित कार्यक्रम - क्रांति सेना
शुक्रवार को भिलाई के सुपेला चौक पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने बिहार दिवस का विरोध किया। उन्होंने भाजपा सरकार का पुतला दहन कर नारेबाजी की और इस आयोजन को राजनीतिक लाभ के लिए प्रेरित बताया।
सामाजिक संतुलन बनाए रखने की मांग
सेना के जिला अध्यक्ष रोशन बघेल ने प्रशासन से अपील की कि ऐसे आयोजनों से सामाजिक सद्भाव और सांस्कृतिक संतुलन बिगड़ सकता है। इसलिए भविष्य में ऐसे आयोजनों पर रोक लगनी चाहिए।
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