चलती ट्रेन में बेरहमी! पैसे न देने पर किन्नरों ने युवक को पीट-पीटकर मार डाला, शव को ट्रेन से फेंका....

भिलाई की पत्रिका न्यूज़ : मध्य प्रदेश के विदिशा जिले में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां चलती ट्रेन में 23 वर्षीय युवक की बेरहमी से पिटाई कर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान आदर्श विश्वकर्मा के रूप में हुई है, जो विदिशा के वार्ड 6, अयोध्या बस्ती का निवासी था। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कुछ किन्नर युवक को नीचे गिराकर उस पर कूदते हुए नजर आ रहे हैं। यही नहीं, उसके कपड़े उतारकर उसके ऊपर बैठने की भयावह तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं।

यह दर्दनाक घटना 13 मार्च को घटी, लेकिन सात दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस ने अभी तक न तो किसी को गिरफ्तार किया है और न ही हत्या का मामला दर्ज किया है। गुरुवार को मृतक के भाई सोहन और विश्वकर्मा समाज के अन्य लोगों ने एसपी रोहित काशवानी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की मांग की।

मृतक के भाई के अनुसार, आदर्श भोपाल के हमीदिया रोड स्थित एक इलेक्ट्रिक दुकान में काम करता था और रोजाना ट्रेन से विदिशा अप-डाउन करता था। 13 मार्च की रात वह गोंडवाना एक्सप्रेस से घर लौट रहा था, तभी भोपाल स्टेशन से चढ़े कुछ किन्नरों ने उससे पैसे मांगे। आदर्श ने पैसे देने से इनकार कर दिया, जिस पर किन्नरों ने जबरन उसकी जेब में हाथ डालने की कोशिश की। विरोध करने पर लगभग 8 से 10 किन्नरों ने मिलकर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी।

किन्नरों ने न केवल उसे जमीन पर पटककर लात-घूंसे मारे, बल्कि उसके ऊपर चढ़कर उसे कुचलते भी रहे। जब ट्रेन विदिशा स्टेशन पर रुकी, तब भी उसे उतरने नहीं दिया गया और बाद में गंजबासौदा के पास पवई क्षेत्र में चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया।

भोपाल मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य कमलेश सेन ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे रेलवे बोर्ड की बैठक में उठाने की बात कही है।

घटना के अगले दिन मृतक का भाई अपने भाई की तलाश में गंजबासौदा पहुंचा, जहां जीआरपी से जानकारी मिली कि पवई के पास एक शव पड़ा हुआ है। पुलिस पहले घटनास्थल पर पहुंची थी लेकिन केवल तस्वीरें खींचकर वापस लौट आई, और लाश अगले दिन दोपहर 2 बजे तक उसी स्थान पर पड़ी रही।

मृतक के परिवार के अनुरोध के बाद ही शाम को शव का पोस्टमार्टम किया गया और वे शव लेकर विदिशा लौटे। उन्होंने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी, लेकिन फिर भी कोई केस दर्ज नहीं किया गया।

गंजबासौदा कोतवाली पुलिस ने केवल मर्ग कायम किया है, जबकि थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह परमार को यह तक नहीं पता कि जांच किस अधिकारी को सौंपी गई है। बृहस्पतिवार को एसपी रोहित काशवानी ने थाना प्रभारी को फोन पर जांच तेज करने और ट्रेन के वीडियो फुटेज की समीक्षा कर कार्रवाई के निर्देश दिए। हालांकि, टीआई का कहना है कि वे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।

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