भिलाई की पत्रिका न्यूज़ : पानी सप्लाई के नाम पर खतरे का खेल!
भिलाई की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में लोग आज भी 50 साल पुरानी जर्जर टंकियों से पानी पीने को मजबूर हैं। हैरानी की बात ये है कि नई टंकियां बनकर तैयार हैं, फिर भी पुरानी से ही पानी सप्लाई की जा रही है।
निगम आयुक्त ने लिया जायज़ा, दिए निर्देश
शिकायत मिलने पर नगर निगम आयुक्त राजीव पांडेय खुद मौके पर पहुंचे। उन्होंने जोन आयुक्त येशा लहरे और इंजीनियरों के साथ जर्जर टंकियों का निरीक्षण किया। इस दौरान पार्षद पीयूष मिश्रा, नोहर वर्मा और प्रदीप सेन भी मौजूद रहे।
विज्ञापन
अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करे
छड़ें दिख रही हैं, सीमेंट झड़ रही है – हादसे का इंतजार?
करीब 50 साल पुरानी ये टंकियां अब इतनी जर्जर हो चुकी हैं कि कई जगहों से सीमेंट गिर रही है और जंग लगी छड़ें बाहर निकल आई हैं। स्थानीय लोगों में इसे लेकर नाराज़गी है। उन्होंने कई बार नई टंकी चालू करने की मांग की, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला।
अब NIT से होगी टंकियों की स्टेबिलिटी जांच
आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि इन टंकियों की मजबूती का मूल्यांकन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) से करवाया जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर ही इन्हें डिस्मेंटल किया जाएगा, ताकि कोई अनहोनी न हो।
विज्ञापन
जोन आयुक्त ने बताया कि पहले पीली टंकी को हटा दिया गया था। अब हरी और लाल टंकियों को हटाने की तैयारी है। इसके लिए NIT से रिपोर्ट मांगी गई है।
टंकी के नीचे बने गैराज भी बने परेशानी
स्थानीय लोगों ने टंकियों के नीचे गैराज बना रखे हैं, जहां गाड़ियां खड़ी की जाती हैं। निगम ने इन अतिक्रमणों को हटाने के निर्देश दे दिए हैं, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।
यह भी पढ़े - विदाई से पहले उठी दुल्हन की अर्थी! पेट दर्द पर झोलाछाप ने लगाया इंजेक्शन और शादी के दिन ही चली गई जान..
भिलाई की पत्रिका न्यूज़ के whatsup ग्रुप से जुड़ने के लिए लिंक पर क्लिक कर ज्वाइन करे |
https://chat.whatsapp.com/H8ycgPvlgfBFPAHM2dXPhK