भिलाई की पत्रिका न्यूज़ : छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है जहां बागबाहरा थाने में तैनात सहायक उप-निरीक्षक (ASI) दशरथी साहू ने कथित रूप से ज़हर खाकर अपनी जान दे दी। उनका शव मंगलवार को बागबाहरा के महावीर कॉम्प्लेक्स स्थित किराए के कमरे में बरामद हुआ।
क्राइम मीटिंग में अनुपस्थित रहने पर हुआ था विवाद
घटना से एक दिन पूर्व ASI दशरथी साहू की थाना प्रभारी अजय सिन्हा से बहस हो गई थी। दरअसल, साहू एक महत्वपूर्ण क्राइम मीटिंग में नहीं पहुंचे थे, जिस पर दोनों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। विवाद इतना बढ़ा कि आपसी गाली-गलौज तक की नौबत आ गई थी। इसके बावजूद साहू ने ड्यूटी पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी।
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मंगलवार को नहीं पहुंचे थाने, घर में अचेत अवस्था में मिले
मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंगलवार सुबह जब साहू ड्यूटी पर नहीं आए, तो एसडीओपी कार्यालय के कर्मी उनकी खोज में उनके किराए के मकान पहुंचे। वहां वे बेहोशी की हालत में पाए गए। तत्काल उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उनके शरीर में ज़हर के अंश मौजूद थे। फिलहाल कोमाखान थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।
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पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ज़हर की पुष्टि, परिजन बोले हार्ट अटैक
जहां मृतक के परिजन उनकी मौत को दिल का दौरा बता रहे हैं, वहीं स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने मृत्यु का कारण विषाक्त पदार्थ का सेवन बताया है। मृतक सरायपाली ब्लॉक के बैतारी गांव के रहने वाले थे।
किराए के मकान को सील कर जांच में जुटी पुलिस
कोमाखान थाना प्रभारी को मृतक के निवास स्थल की तलाशी के लिए भेजा गया है और जांच के लिए मकान को सील कर दिया गया है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या ASI की मृत्यु और TI के साथ हुए विवाद के बीच कोई सीधा संबंध है।
हाल ही में हुआ था प्रमोशन, 2 साल बाकी थे रिटायरमेंट में
सूत्रों के अनुसार, दशरथी साहू ने महासमुंद जिले के कई थानों में आरक्षक और मुंशी के रूप में सेवाएं दी थीं। करीब छह महीने पहले ही उन्हें प्रधान आरक्षक से प्रमोट कर ASI बनाया गया था। सेवानिवृत्ति में अब भी दो वर्ष शेष थे।
स्वास्थ्य अधिकारी का बयान: पीएम डॉक्टर ने की पुष्टि
बागबाहरा स्वास्थ्य केंद्र के BMO डॉ. बुधियार सिंह बढ़ाई ने बताया कि जब वह अपने कार्यालय में थे, तब थाने से एक पुलिसकर्मी शव को पोस्टमार्टम के लिए लेकर आया। शव का परीक्षण डॉ. दीवान द्वारा किया गया।
SP का दावा - कोई विवाद नहीं, ASI लंबे समय से थे बीमार
इस पूरे मामले पर SP आशुतोष सिंह ने बयान दिया है कि थाने के सभी ऑडियो और वीडियो फुटेज खंगाले गए हैं और उनमें किसी विवाद की पुष्टि नहीं होती। उन्होंने बताया कि ASI साहू गंभीर रूप से बीमार थे और पिछले 6 महीनों से वे नियमित रूप से छुट्टी पर थे। SHO द्वारा दी गई समझाइश के करीब 10 घंटे बाद ही यह घटना हुई।
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट की लिखित प्रति नहीं मिलती, तब तक यह कहना मुश्किल है कि मौत हार्ट अटैक से हुई या ज़हर के कारण।
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