मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले दो दिनों में प्लांट के कई हिस्सों में तेंदुए के पैरों के निशान मिले हैं, जिससे स्पष्ट हुआ कि वह अभी भी परिसर में घूम रहा है। इस दौरान उसने एक गाय का भी शिकार किया। वन विभाग, CISF और मैत्री बाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चला रही हैं।
DFO परदेशी का मानना है कि तेंदुआ पुरैना गेट के रास्ते से प्लांट में दाखिल हुआ होगा, क्योंकि यहां से मालगाड़ियां गुजरती हैं। जंगली जानवर अकसर रेलवे ट्रैक और खुले रास्तों का उपयोग करते हैं, जिससे वे शहर और औद्योगिक इलाकों में पहुंच जाते हैं। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में तेंदुआ गाय का शिकार करता दिख रहा है, जबकि वेल्डिंग शॉप के पास बैठी उसकी तस्वीर भी सामने आई है। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह अभी भी प्लांट में ही है।
तेंदुए को पकड़ने के लिए 7 टीमें तैनात की गई हैं। मंगलवार रात 10 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। इन टीमों में वन विभाग के विशेषज्ञों के अलावा CISF और मैत्री बाग के अनुभवी सदस्य शामिल हैं।
तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विभिन्न स्थानों पर ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। पिंजरे में चारा रखकर उसे फंसाने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा, ड्रोन की सहायता से भी उसकी लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। यदि तेंदुआ किसी सुरक्षित स्थान पर दिखता है, तो उसे बेहोश करने के लिए ट्रैंक्विलाइजर गन का उपयोग किया जाएगा।
DFO परदेशी ने नागरिकों से अपील की है कि वे रात में बाहर निकलने से बचें और अकेले सुनसान जगहों पर न जाएं। प्लांट में कर्मचारियों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। भिलाई स्टील प्लांट में तेंदुए की मौजूदगी से हड़कंप मचा हुआ है, और प्रशासन ने सभी को सतर्क रहने की सलाह दी है।