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5-7 दिन में छाती का जमा कफ साफ! पान के पत्ते में इन चीजों को डालकर चबाएं—सर्दी में गज़ब फायदा!


भिलाई की पत्रिका न्यूज़ : सर्द मौसम में खांसी, जुकाम और छाती में जमा बलगम लोगों को सबसे ज्यादा परेशान करता है। कई बार खांसी इतनी बढ़ जाती है कि सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है। ऐसे वक्त में पान का पत्ता एक बेहद असरदार राहत देने वाला घरेलू नुस्खा माना जाता है।

Paan ke Patte Aur Laung Se Balgam Ka Ilaj

ठंड बढ़ते ही शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होती है और गले में खराश, बलगम या कफ की समस्या तेज़ी से बढ़ने लगती है। खासकर बच्चे, बुजुर्ग और कमज़ोर इम्यूनिटी वाले लोग तुरंत इसकी चपेट में आ जाते हैं। दही, आइसक्रीम, ठंडा पानी या तैलीय खाना खा लेने पर तुरंत कफ जमने लगता है और लगातार खांसी की परेशानी बढ़ जाती है।

ठंड का असर सिर्फ गले तक सीमित नहीं रहता बल्कि रेस्पिरेटरी सिस्टम भी प्रभावित होता है। कफ गाढ़ा होकर सीने में जम जाता है जिससे भारीपन और सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो ये परेशानी ब्रोंकाइटिस तक का रूप ले सकती है।

इसीलिए सर्दियों में खानपान में बदलाव और घरेलू नुस्खों का सहारा लेना जरूरी माना गया है। आयुर्वेद के अनुसार छाती के बलगम और खांसी को निकालने के लिए पान का पत्ता बेहद उपयोगी है। आयुर्वेदिक सलाहकार डॉ. रॉबिन शर्मा के मुताबिक पान के पत्ते में लौंग, अजवाइन और शहद मिलाकर चबाने से 5 से 7 दिनों में जमा बलगम काफी हद तक साफ हो जाता है।

पान के पत्ते के फायदे
आयुर्वेद में पान के पत्ते को प्राकृतिक एक्सपेक्टोरेंट माना गया है। यह फेफड़ों में जमा कफ को ढीला करता है और गले की सूजन कम करता है। इसकी एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल खूबियां पुरानी खांसी में भी राहत देती हैं। विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट इम्यूनिटी को मजबूत बनाने का काम करते हैं।

अजवाइन और लौंग क्यों असरदार
अजवाइन की गर्म तासीर जमे हुए कफ को ढीला करती है और सांस लेने में मदद करती है। वहीं लौंग में मौजूद यूजेनॉल गले की सूजन, दर्द और कफ को कम करता है। दोनों मिलकर छाती में जमा बलगम को पिघलाकर बाहर निकालने में मदद करते हैं।

शहद में मौजूद प्राकृतिक गुण गले की जलन और सूजन को शांत करते हैं। यही वजह है कि ये नुस्खा सर्दी-जुकाम और लगातार खांसी में काफी आराम देता है।

कैसे खाएं पान का पत्ता
एक पान का पत्ता लें और उसका अगला-पीछला हिस्सा काट दें। अब इस पर दो चुटकी अजवाइन, दो लौंग और एक चम्मच शहद डालें और धीरे-धीरे चबाकर खाएं। लगातार 5-7 दिन सेवन करने से छाती के बलगम में राहत मिलती है।

अगर आपको भी सर्द मौसम में खांसी और छाती का कफ परेशान कर रहा है, तो इस घरेलू नुस्खे को जरूर ट्राई करें| हमारे पेज से जुड़े रहें, सेहत और जिंदगी से जुड़े ऐसे ही फायदेमंद अपडेट्स आगे भी मिलते रहेंगे..

 Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों पर आधारित है, किसी भी उपचार से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।भिलाई की पत्रिका” इस लेख में दिए गए किसी भी दावे, उपचार या परिणाम की पुष्टि नहीं करता

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